Pooja Nagpal देश-विदेश की लड़कियों को बना रही हैं आत्मनिर्भर
Pooja Nagpal भारतीय मूल की अमेरिकी नागरिक हैं| बचपन में उन्होनें पौराणिक कथाओं से प्रेरणा ली और देवियों को अपना सूपर हीरो मानने लगीं| बढ़ती उम्र के साथ वो ग़रीब और असहाय लोगों की मदद में जुट गयीं| लेकिन 2012 में हुए निर्भया कांड के बाद उन्होनें अपना जीवन महिला सुरक्षा के लिए समर्पित कर दिया और taekwondo की ट्रेनिंग लेने लगीं|
16 साल की उम्र में वो black belt champion बन गयीं और अब अमेरिका से लेकर भारत तक महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर सीखा रही हैं| इनकी संस्था फॉर अ चेंज -डिफेंड का लक्ष्य महिलाओं के खिलाफ हिंसा को ख़त्म करने के साथ-साथ लड़कियों को सशक्त बनाना है|
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2013 में हिमाचल प्रदेश के सोलन ज़िले के सुबाथ गाँव के स्कूल की 40 लड़कियों को भी आत्मरक्षा के गुर शिखा चुकी हैं| अमेरिका में गर्ल स्काउट्स ऑफ दा यूएस ने Pooja Nagpal को नेशनल यंग विमन ऑफ डिस्टिंक्शन अवॉर्ड, जबकि 2016 में ग्लोरिया बैरन पुरूस्कर से भी नवाज़ा जा चुका है| ये पुरूस्कर युवाओं को उनके लोकसेवा से जुड़े प्रेरक कामों के लिए दिया जाता है|
Pooja ने अमेरिका के केलीफ़ोर्निया स्थित न्यू स्तर फॅमिली जस्टीस सेंटर के साथ गठबंधन किया है, जिससे वो वहाँ की लड़कियों को self defence की ट्रेनिंग देती हैं| साथ ही वो लॉस एंजिल्स पुलिस और एफबीआइ के साथ महिला सुरक्षा और उनके पुनर्वास पर काम भी कर रही हैं|
Pooja Nagpal, अमेरिका समेत दुनिया के सभी देशों में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों पर रोक लगाना चाहती हैं| वो मानती हैं कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जितना प्रयास सरकार को करना होगा, उतना ही हमें भी करना होगा, तभी बुराई ख़त्म होगी|
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