Uttarakhand के बहादुर NSG Commando Pradeep Dhami की ईमानदारी
Uttarakhand का नाम सुनते ही सबके मन में जो बात सबसे पहले आती है वो है, देवताओं की एक ऐसी भूमि जहाँ जितनी बार भी घूमने जाओ कम है |इसके साथ ही उत्तराखंड की दो खूबियां और मशहूर है, यहाँ के लोगों की ईमानदारी और बहादुरी , सोचिये जब ये दोनों चीज़ें मिल जाएँ तो उस से कितनी positivity फैलेगी |
कुछ इसी positivity को खुद देखा Uttarkhand के Champawat district में रहने वाले Vijay Singh Deopa ने | चम्पावत बाज़ार में एक ATM के बाहर में उनका पर्स गिर गया था ,जिसमें उनके जरुरी कागजातों के साथ-साथ लगभग 15-20 हज़ार रुपये cash भी पड़े थे | वो सब विजय को कभी नहीं मिलते अगर वो पर्स, Pradeep Dhami को न मिला होता |
सबसे पहले हम आपको , त्रिलोक सिंह धामी और और मीना देवी के बेटे Pradeep Dhami के बारे में बता दें | 2013 में ITBP में भर्ती हुए Pradeep, exam देकर NSG Commando बने और अभी Chennai में posted है | हमें यकीन है की Pradeep के माता पिता अब तक उनकी बहादुरी के बारे में जानते होंगे पर इस खबर को पढ़कर वो अपने बेटे में एक सच्चा सपूत भी देखेंगे और आज सिर्फ वो ही नहीं उनके साथियों के साथ-साथ पूरे उत्तराखंड को भी उनपर गर्व होगा |
वापस लौटते है इस Positive story की तरफ ,Bareilly से अपने गाँव Sirar , pithoragarh जा रहे Pradeep Dhami भी इक्तेफ़ाक़ से उसी ATM में गए जिस में Vijay का पर्स गिरा था | जब उन्हें ये purse वहां गिरा हुआ दिखा तो उन्होनें उसमें पड़ी पर्चियों को खंगाला और बड़ी मुश्किल से purse के मालिक का नंबर ढूंढ़कर उन्हें फ़ोन करके बुलाया और उनका पर्स उन्हें लौटा दिया|
बात सिर्फ 15-20 हज़ार रुपये की नहीं है ,बात है ईमानदारी की, जिसपर NSG Commando Pradeep Dhami खरे उतरे | हम आपको ये भी बता दें कि Vijay Singh Deopa ने उनकी इस अच्छाई को देखकर कुछ पैसे देने की बात भी कही पर Pradeep ने वो लेने से साफ़ इंकार कर दिया | इस बात से ये तो साफ़ है कि उनके जैसे बहादुर और ईमानदार लोग जब तक सेना में है देश सुरक्षित हाथों में है| Pradeep को हमारा सलाम | जय हिंद !!
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