Plastic pollution से लड़ने के लिए इस महंत ने बनाया paper pen
Plastic pollution पर्यावरण का नाश है। Non-biodegradable waste डिस्पोज़ल के बाद भी कई सालों तक बना रहता है और इस प्रकार बढ़ते प्रदूषण को और बड़ा रहा है। बढ़ते plastic pollution का मुकाबला करने के लिए, उत्तर प्रदेश के इस व्यक्ति ने एक innovative idea निकाला है, जो प्लास्टिक के कम इस्तेमाल को बढ़ावा देता है। Krishna Bihari, जो कि उत्तर प्रदेश के डालमौ खंडेश्वरी आश्रम के महंत हैं, ने paper-pen बनाने का काम शुरू किया है|
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, Krishna Bihari ने कहा कि वह पुराने newspapers और discarded paper का इस्तेमाल करके pen बनाते हैं| उन्होंने आगे बताया कि बढ़ते plastic pollution के बारे में चिंतित, कई लोग उनके initiative में volunteer बनकर आते हैं। वो उन्हें पेन बनाने में मदद करते हैं, जिसे बाद में वो पब्लिक को मुफ्त में बाँट देते हैं| उन्होंने आगे कहा कि उनके पास पब्लिक के प्रति awareness के अलावा initiative से कुछ भी कमाई करने का कोई इरादा नहीं है। हालांकि, उन्होंने कहा, कुछ लोग जो उनके project को appreciate करते हैं, कभी-कभी कुछ पैसे donate करते हैं, ताकि initiative को आगे बढ़ाने में मदद मिल सके।
Movement, जिसे शुरू में Krishna Bihari द्वारा शुरू किया गया था, बाद में कई अन्य लोगों को इसमें शामिल किया गया था| आश्रम के पुरुष और महिलाएं daily basis पर pen के manufacturing में भी योगदान देते हैं। उन्हें उनके काम के लिए pay किया जाता है, जो कि उनके लिए प्रेरणा के रूप में भी काम करता है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, volunteers ने कहा कि यह प्रॉजेक्ट महिलाओं के सशक्तिकरण में बहुत योगदान देता है क्योंकि ये ‘pen out of paper’ initiative, employment opportunity के रूप में काम करता है। Bihari का कहना है कि इस कदम से, वो सरकार के “beat plastic pollution” पहल में योगदान करने की कोशिश कर रहे हैं|
(हमसे जुड़े रहने के लिए आप हमें फेसबुक और ट्विटर पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं )