Exams में टॉप कर बिना आँखों वाली Febin Mariam Jose बनी प्रेरणा
एक मास्टर की डिग्री पूरा करना एक बात है, अपने बैच में टॉप करना एक अलग ही बात है और ये बिना आँखों के करना बिल्कुल ही unbelievable है| केरल विश्वविद्यालय से एमए फिलॉसफी में पहला रैंक हासिल करके, Febin Mariam Jose ने यही मुकाम हासिल किया है| Academics में अच्छा प्रदर्शन करना उनके लिए नया नहीं है, उन्होनें अपने B.A. Philosophy batch में भी भी टॉप किया था|
अपने सिविल सर्वेंट बनने के सपने को पूरा करने के बाद, बाकी बच्चे भी उनसे प्रेरणा लेकर Civil Service Academy coaching classes शुरू कर रहे हैं|
Febin Mariam Jose, सऊदी अरब के दम्मम में इंटरनेशनल इंडियन स्कूल में पढ़ रही थी| 12th क्लास के समय, chickenpox vaccinations लेने के बाद उन्होनें अपनी नजर खो दी। आयुर्वेदिक और एलोपैथिक ट्रीट्मेंट्स भी उनकी आँखों की रोशनी को ठीक नहीं कर सके| सऊदी अरब में स्कूली पढ़ाई पूरी ना कर पाने की वजह से वो अपने परिवार के साथ केरल लौट आई और ओपन स्कूल सिस्टम की मदद से उन्होनें अपना कोर्स पूरा कर लिया।
आगे बढ़ने के जज़्बे से Febin Mariam Jose ने गवर्नमेंट कॉलेज फॉर विमन इन तिरुवनंतपुरम, केरला में B.A. Philosophy batch में अड्मिशन ले लिया| कॉलेज के पास घर लेने के बाद उन्होनें क्लास में पूरी attention के साथ पढ़ाई करने के अलावा क्लासमेट्स से नोट्स लेकर अपनी पढ़ाई को manage किया| उनकी माँ, रात को उन नोट्स को पढ़ कर उनको सुनाया करती थीं|
उनकी गर्वित मां ने, उनको Philosophy में मिले Junior Research Fellowship (JRF) के बारे में बताया| उन्होनें कहा कि ये एक सराहनीय कामयाबी है क्योंकि ये 7 साल में पहली बार है, कि महिला कॉलेज के किसी स्टूडेंट ने अपने पहले attempt में फिलॉसोफी में जेआरएफ हासिल किया है| Febin की मां उनके भविष्य के बारे में optimistic है और उम्मीद करती हैं कि उनकी बेटी जुलाइ में केरल विश्वविद्यालय में रिसर्च के लिए रिजिस्टर करेगी|
निर्धारित और कड़ी मेहनत वाली Febin, Non-Visual Desktop Access (NVDA) की मदद से पढ़ती है और exams में scribes की मदद से लिखती हैं|
उम्मीद है कि Febin Mariam Jose सिविल सेवाओं में शामिल होने के अपने सपने को पूरा कर पाएँगी|
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