दुनिया के पहले blind trader हैं Ashish Goyal
कुछ साल पहले एक NMIMS मुंबई के स्टूडेंट के रूप में, प्लेसमेंट के दौरान एक corporate house ने Ashish Goyal को सरकारी क्षेत्र में नौकरी ढूँडने के लिए कहा क्यूंकी वहाँ physically challenged लोगों के लिए quota system है| Retinitis pigmentosa नामक बीमारी की वजह से Ashish ने teen age में ही आँखों की रोशनी खो दी थी और इस सलाह को उन्होनें हल्के में नहीं लिया|
उन्होनें ना केवल ING Vysya में admission लिया बल्कि बाद में वह MBA करने Wharton School, University of Pennsylvania, Philadelphia करने चले गये|
आज मुंबई का यह लड़का JP Morgan’s London operations में एक plum job कर रहा है|
इतने सालों में Ashish Goyal ने प्रोफेशनल जिंदगी में ही सिर्फ़ मील का पत्थर नहीं कमाया बल्कि निजी जिंदगी में भी बहुत कुछ किया है| Brazilian drums बजाना, मुक्केबाजी के लिए अर्जेंटीना टैंगो सीखने और स्टेज में performances देने जैसे कई कामों में वह प्रांगत हैं|
उन्हें भारत के राष्ट्रपति द्वारा 2010 में National Award for the Empowerment of Persons with Disabilities भी मिल चुका है|
उनके लिए यह अवॉर्ड बहुत मायने रखता है| पुरुषकार पाने से फर्क तो पढ़ता ही है, साथ ही encouragement जादू की तरह काम करता है| हम ज़िंदगी की दौड़ में कुछ ऐसे खो गये हैं कि ऐसे स्पेशल moment आपको हमेशा एक कदम पीछे लेकर, मान्यता को स्वीकार कर के भगवान को जो भी हुआ उसके लिए शुक्रिया करना चाहिए| इसके अलावा, अगर यह पुरस्कार जागरूकता फैलाने और विकलांग लोगों के प्रति लोगों के नजरिए को बदलने में मदद करता है तो ये सबसे अच्छा परिणाम होगा|