Slums के हज़ारों बच्चों को पढ़ा रहा है 12 साल का यह Chhota Masterji
इस उम्र में जहाँ बच्चे खेल और पढ़ रहे होते हैं, वहीं 12 साल का Anand Krishna Mishra ग़रीब बच्चों को पढ़ा रहा है| यह extra-ordinary बच्चा Lukhnow और उसके आस-पास के slums के हज़ारों बच्चों को पढ़ा और सशक्त बना रहा है|
यह सब तब शुरू हुआ जब Anand का सामना अपनी ही उम्र के एक लड़के से हुआ और उसने पैसों के बदले Anand से उसको पढ़ने के लिए किताबें देने को कहा| उस बात ने आनंद की ज़िंदगी बदल दी और उसने slums के बच्चों को पढ़ाना शुरू कर दिया| वह 125 गाँव के बच्चों को अपनी इस ‘Bal Choupals’ के ज़रिए पढ़ा रहा है|
Anand जो कि ” छोटा मास्टरजी” नाम से जाना जाता है, अपने रोज़ के कामों से एक घंटा निकाल कर इन slums के बच्चों को पढ़ाता है|
वह खुद City Montessori School, Lucknow में पढ़ता है| उसने यह Bal Chaupals 2012 में शुरू की थी और तब से आज तक वह जो कुछ भी स्कूल में पढ़ता है, वही वह दूसरे बच्चों को भी पढ़ता है| Anand के माता-पिता दोनों ही UP Police में हैं और वह उसके इस mission में उसका पूरा साथ देते हैं|
Bal Chaupal का हर session ‘हम होंगे कामयाब’ (We shall overcome) से शुरू होता है और National Anthem गाते हुए ख़त्म होता है क्यूंकी Anand का मानना है कि उनके दोस्त अपनी social और national responsibilities को जान सकें और भविष्य में देश के एक responsible citizen बन सकें|