Sanjay Tiwarie ज़रूरतमंदों की सहायता कर कायम कर रहे हैं मिसाल
आज की रफ़्तार भरी ज़िंदगी में हम में से कई लोग ऐसे हैं जो ज़रूरतमंद लोगों के बारे में सोचते तो ज़रूर हैं, पर समय या पैसों के अभाव में उनके लिए कुछ कर नहीं पाते| लेकिन Sanjay Tiwarie एक ऐसे इंसान हैं, जो इन सभी बातों की परवाह किए बगैर पिछले 5 सालों से ज़रूरतमंदों की मदद करते आ रहे हैं|
जी हाँ, एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखने वाले Sanjay Tiwarie पैशे से एक सरकारी स्कूल के टीचर हैं और साथ ही एक इनडिपेंडेंट फिल्म मेकर भी हैं| समाज में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से साल 2012 में संजय ने अपने कुछ दोस्तों के साथ मिलकर सेज स्वेटर कलेक्शन ड्राइव (Sage Sweater Collection Drive) मुहिम की शुरुआत की थी। इसके तहत उन्होनें सोशल मीडिया के ज़रिये लोगों को अपने नए-पुराने गर्म कपड़ों का दान करने के लिए प्रोत्साहित कर उन कपड़ों को ज़रूरतमंदों तक पहुंचाने का बीड़ा उठाया है|
Sanjay का कहना है कि उनका उद्देश्य ज़रूरतमंदों की सहायता करने के साथ ही दूसरों को सहायता करने के लिए प्रेरित करना है, जिससे कि आस-पास कोई भी व्यक्ति किसी साधारण सी कमी के चलते अपनी ज़िंदगी को यूं ही ख़त्म ना करे| इस मुहिम के द्वारा वो ये सीखने-सिखाने का प्रयास करते हैं कि हमको समाज से सिर्फ लेना ही नहीं बल्कि समाज को कुछ देना भी चाहिए।
Sanjay Tiwarie का कहना है कि सोशल मीडिया ही उनका सूत्रधार है, जिसके ज़रिये हम वो इस मुहिम को शुरू करते हैं। विभिन्न राज्यों के लोग अपनी affordability के हिसाब से मदद करते हैं। कुछ लोग अपने पुराने गर्म कपड़ों का दान करते हैं तो कुछ नए कपड़े उन तक पहुंचाते हैं। जिन लोगों के पास पुराने कपड़े नहीं हैं लेकिन फिर भी वो उनकी इस मुहिम से जुड़कर ज़रूरतमंद लोगों तक मदद पहुंचाना चाहते हैं, ऐसे लोग उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करते हैं। इन्हीं सब लोगों की मदद से ये मुहिम सालों से सफलता पूर्वक चल रही है। वो व्यक्तिगत रूप से ऐसे सभी लोगों का तह-ए-दिल से आभारी व्यक्त करते हैं|
उन्होनें इस मुहीम की शुरुआत दिसंबर 2012 में की थी और पिछले 5 सालों से वो इसे सफलतापूर्वक चला रहे हैं| इन पांच सालों में लोगों के बीच जाना, उनसे बात करना और उनको अपनी इस मुहिम के बारे में बताना उनके लिए बेहद चुनौतीपूर्ण रहा क्योंकि लोगों को सामाजिक ज़िम्मेदारी लेने और धोखाधड़ी होने का दर रहता है| लेकिन, लोगों के साथ लगातार मिलने-जुलने और निःस्वार्थ काम करने की वजह से Sanjay उन लोगों का विश्वास जीतने में कामयाब रहे हैं| इसके अलावा कंबल बाँटना भी काफ़ी चुनौती भरा काम है|
उन्होनें अब तक दिल्ली और आस-पास के क्षेत्रों में ज़रूरतमंद लोगों को गरम कपड़े और कम्बल बांटे हैं। पिछले पांच सालों में उन्होनें गाज़ियाबाद, फरीदाबाद, गुरुग्राम और नौएडा के गरीब इलाक़ों और रैन बसेरों में रह रहे लोगों तक मदद पहुंचाने का प्रयास किया है। अब तक इस मुहिम से लगभग 1 लाख से भी ज़्यादा लोगों को लाभ मिला है, जिनमें बुज़ुर्ग, बच्चे, महिलाओं सहित हर वर्ग के लोग शामिल हैं। वो ज़्यादातर उन लोगों की मदद करने का प्रयास करते हैं जिनको वाकई में ज़रूरत है, इसके लिए वो पहले से ही जगहों और क्षेत्रों को चुन लेते हैं। इस बार उन्होनें दिल्ली के अलावा डोनेशन का बड़ा भाग उत्तर-प्रदेश के बुंदेलखंड में किसानों के बीच बाँटने का फ़ैसला किया है|
Sanjay Tiwarie के अनुसार, शुरूवात में इस मुहीम को 4 लोगों ने शुरू किया था, लेकिन आज सैंकड़ों लोग इस मुहीम से जुड़ चुके हैं| इस काम में उनके कुछ दोस्त और करीबी भी उनकी मदद कर रहे हैं|
Sanjay का कहना है कि लोगों को भी अपने आस-पास सेज स्वेटर कलेक्शन ड्राइव जैसी मुहिम को शुरू करना चाहिए ताकि कोई भी ज़रूरतमंद किसी भी तरह की मदद से अछूता ना रहे|
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