सभी कठिनाइयों को पार कर Ankita ने भरी अपने सपनों की उड़ान
कहते हैं, जहाँ चाह वहाँ राह, और इस बात को सच किया है मुंबई की रहने वाली Ankita ने| जी हाँ, Humans of Bombay Facebook page द्वारा हाल ही में आए एक article के अनुसार Ankita ने कई financial difficulties, multiple failures और परिवार के opposition के बावजूद अपना pilot बनने का सपना कभी नहीं छोड़ा और इस बात ने कई लोगों के दिलों को छुआ|
Pilot बनने के सपने को पूरा करने के लिए सबसे बड़ी और पहली परेशानी Ankita को financial difficulties के रूप में आई| जो कोर्स वो US जाकर करना चाहती थी, उसका खर्च 25 लाख रुपये था| हालाँकि, उनकी माँ उनके लिए लड़ी और आख़िरकार उनके पिता ने loan के तौर पर अपनी बेटी को आशीर्वाद दे दिया|
ट्रेनिंग पूरी होने के बाद, अब Ankita के सामने नौकरी ढूँडने का समय था| दो साल तक, अपने रिश्तेदारों के ताने सुनते हुए उन्होनें कई positions के लिए apply किया| लेकिन, एक वक़्त ऐसा आया कि उन्हें भी वो ताने सच लगने लगे|
आसानी से हार ना मानने वाली Ankita ने air hostess की position के लिए apply किया और चौथे attempt के बाद वो select हो गयीं|
उन्होनें बताया कि उनका सपना खुद को pilot की uniform में देखने का था और उन्हें पता था कि air hostess बनना उनके लिए आख़िरी मौका नहीं था|
इसलिए pilot बनने के लिए पाँच exams को पास करने के लिए Ankita ने अपनी full-time job करते हुए, lunch breaks, washroom के अंदर और ट्रेन और बसों में भी पढ़ना नहीं छोड़ा|
उनकी कई सालों की मेहनत और कई बार failure होना उस वक़्त रंग लेकर आया, जब उन्होनें उस exam में इंडिया टॉप किया और उन्हें pilot training के लिए full scholarship मिली|
आखिरकार, 7 साल बाद उन्होनें वो uniform पहनी| उनकी पहली उड़ान बड़ौदा के लिए थी और लोगों को खुद को एक proud female pilot के रूप में घूरते हुए देखकर उनका पैर एक bag में उलझ गया| एक छोटी लड़की ने उन्हें plane की captain समझकर autograph भी माँगा|
सभी कठिनाइयों को पार करते हुए Ankita आख़िरकार सफ़ल हुई और निश्चित ही उनकी ये कहानी पढ़ने वाला हर इंसान उनसे inspire होगा|
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