Anna Hazare से प्रेरित होकर नागौर का ये गाँव बना “Adarsh Gram”
सामाजिक कार्यकर्ता Anna Hazare द्वारा encourage, नागौर का तापारवाड़ा गांव अब liquor free होने के साथ ही एक Adarsh Gram बन गया है| Noise pollution से बचने के लिए शादी और अन्य अवसरों पर यहां कोई DJ sound system नहीं बजाया जाता है और ग्रामीणों ने पर्याप्त बारिश के पानी को स्टोर करने के लिए check dam भी बनाया है, ताकि step wells और underground water resources को रिचार्ज किया जा सके| गांव “Adarsh Gram” बनने की कोशिश कर रहा है क्योंकि ग्रामीणों ने check dam के construction से अलग-अलग काम में सरकार के हर मामले में सरकार का support किया है।
लगभग 1,500 परिवारों में से गांव के कुछ youths, social activist Anna Hazare के गांव रालेगण सिद्धी से inspire थे।
गांव के एक सामाजिक कार्यकर्ता विक्रम सिंह तापवार ने कहा कि different meetings में उन्होनें liquor free village होने से लेकर अलग-अलग चीजों पर discuss करना शुरू कर दिया है, natural water resources को रिचार्ज करने और बाकी सामाजिक बुराइयों से लड़ने की कोशिश की जा रही है| शुक्र है कि विभिन्न जातियों और धर्म के लोगों की proportionate presence वाले गांव में, लोग change लाने के लिए तैयार थे| उन्होनें कहा कि उनका गाँव अब एक liquor free village है, उनकी सरपंच 22 साल की SC की लड़की है, जिसने पैसे के शानदार प्रदर्शन के बिना चुनाव लड़े थे|
उन्होंने कहा कि water resources department और government agencies की मदद से ग्रामीणों को मानसून के मौसम में बारिश के पानी का utilize करने के लिए check dam मिला। नागौर जिले में अच्छे मानसून की वजह से check dam में काफ़ी पानी है जो natural water sources को रिचार्ज करने जा रहा है।
नागौर में मेर्ता शहर में तैनात सिंचाई विभाग के जूनियर इंजीनियर शिव कारण डोगीवाल ने कहा कि NREGA और बाकी काम से वो check dam का काम पूरा कर सकते थे। ग्रामीणों बहुत ही supportive हैं, जिन्होनें कहा है कि इससे उन्हें long term benefit मिलेगा। उन्होनें ये भी कहा कि अच्छी बारिश के साथ check dam, step wells को रिचार्ज करने में मदद करेगा और ground water level भी बढ़ेगा|
Anna Hazare भी दिसंबर में गांव गए थे, जब उन्हें गांव में बहुत सी चीजें दिखायी गयी थीं। सिंह ने कहा कि Anna जी ने कहा कि अगर वो गांव में complete liquor ban लगाएँगे और communal harmony बनाए रखेंगे, तो वो फिर से गाँव आएँगे|
22 साल की मंजू मेहगल, Adarsh Gram की सरपंच ने कहा कि स्थानीय लोगों ने tree plantation, repair और मंदिरों के restoration work सहित other causes का भी सपोर्ट किया है। Complete liquor ban ने महिलाओं की ज़िंदगी में भी बदलाव लाए हैं क्योंकि domestic violence नहीं देखा जा रहा है। इसी तरह, शराब के बाद violent scuffles, अब पुरानी बात हो गयी है|
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