Sarita Roy ने भारत के भविष्य के लिए छोड़ी अपनी लाखों की नौकरियाँ
आज के बच्चे आने वाले कल की नींव हैं। कल के, देश की सेवा करने के लिए उन्हें आज पढ़ना होगा। Higher goals achieve करने पड़ेंगे| सिर्फ़ तभी एक शक्तिशाली युवा भारत बन पाएगा| इसी वजह से Sarita Roy ने अपनी job offers भी छोड़ दी| Slums के बच्चों को पढ़ाकर उन्हें सोने में तराशने के लिए Sarita Roy लाखों नौकरियां छोड़ी हैं।
Sarita Roy के पिता एक Forest Officer हैं। जिसकी वजह से उनके अक्सर transfers होते रहे| और इसी वज़ह से Sarita के भी अपने पिता के साथ कई शहर बदलते रहे| उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ पटना से PhD पूरी की है। इस वजह से उनके पास लाखों रुपयों के बहुत से job offers थे, लेकिन उन्होनें लोगों की सेवा करने का फैसला किया। लेकिन जब Sarita Roy ने स्कूल शुरू किया, तो उनके पास पहले कोई बच्चा नहीं था। धीरे-धीरे बच्चों की संख्या बढ़ती गयी| इस तरह उन्होंने 2003 में शादी भी कर ली। लेकिन, फिर भी उन्होंने अपनी service देना नहीं छोड़ा|
2004 में उनके स्कूल में 11 स्टूडेंट्स थे। 2008 में, उन्होंने अपने स्कूल को expand किया। और voluntary organizations ने इसमें Sarita Roy का साथ दिया| आज वो 200 से ज़्यादा बच्चों को पढ़ा रही हैं|
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