Himalaya के rare plant species को बचाने के लिए तैयार हुआ उत्तराखंड
उत्तराखंड का वन विभाग अपने plantation का 10%, उन 34 identified plant species, जो कि rare, endangered और threatened हैं, को allocat करने के लिए पूरी तरह सहमत हो गया है| इन जड़ी-बूटियों में शंक पुष्पी (कन्वोलवस अलसिनोइड्स), जटामासी (नारोस्टोस्टाइस जटामांसी), प्रिस्टपार्नी (यूररिया पिक्चर), सरपन्धंध (राउवॉल्फिया सर्पिनिना) और गिलोय (टिनसपोरा कॉर्डिफोलिया) कुछ नाम हैं। वन अधिकारियों के मुताबिक, इन species को राज्य के 13 जिलों में सभी 24 territorial forest division में लगाया जाएगा|
Climate change के बढ़ते प्रभाव, कुछ plant species के over-exploitation और दुनिया भर में treatments और therapies में aromatic और medicinal plants के rampant use के चलते ये decision लिया गया है। Rich biodiversity को conserve करने में village communities के expertise भी एक बड़ी मदद होंगे| पहाड़ियों के लोगों को इन high-altitude medicinal plants का बड़ा ज्ञान है। Biodiversity conservation की जल्द आवश्यकता है और एक बार इस project को लागू करने के बाद, उन्हें उम्मीद है कि वो local communities के साथ बातचीत कर के rare plant species पर अपनी knowledge को और enhance करेंगे|
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