जूस बेचनेवाले Manoj Saini ने 1 साल में बचाई 7 जानें
वो कहते हैं ना कि सभी सुपरहीरो कैप नहीं पहनते हैं, और उनमें से कुछ पर तो ध्यान ही नहीं जाता है| लेकिन हाल ही में, उनमें से एक हमारे ध्यान में आया और ये दिल खुश करने से कम नहीं था।
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के स्थानीय फ्रूट जूस सेल्लर Manoj Saini ने एक साल की अवधि में लगभग 7 लोगों को बचाया है और अब पुलिस और प्रशासन बहादुर पुरस्कार के लिए उनका नाम अग्रेषित करने की सोच रहे हैं|
अब आप पूछेंगे Manoj ने इन ज़िंदगियों को कैसे बचाया? जैसे मैंने कहा कि सभी सुपरहीरो कैप और कॉस्ट्यूम्स नहीं पहनते हैं, वो सिर्फ समाज के भूल हुए सीक्रेट विजिलॅंटीस और मसीहा हैं, जो हमें आज के दिनों और उम्र में चाहिए, ताकि उनके द्वारा किए गये काम से हम मानवता में आज भी विश्वास कर सकें|
26 वर्षीय Manoj Saini, मुजफ्फरनगर के भोपा इलाके में गंगा नहर के पास एक जूस की दुकान चलाता है, जिसे दुर्भाग्य से शहर के ‘स्यूयिसाइड पॉइंट’ के रूप में भी जाना जाता है।
Manoj का स्टाल नहर के पुल से कुछ मीटर दूर है, जहां दुखी और निराश लोग अपने जीवन को समाप्त करने के लिए कूदते हैं। पिछले एक साल के दौरान 7 लोगों की जान बचाने के बाद, मनोज उस क्षेत्र से अपने स्टाल को हटाना नहीं चाहते हैं, ताकि वो कोई और आत्महत्या होने से रोक सकें|
पिछले हफ्ते, Manoj ने 70 साल के बुजुर्ग, ज्ञानारांदर सिंह की जान बचाई थी, जो कि भोकरेधी नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष हैं और उन्हें इस बहादुरी के काम के लिए 1000 रुपये का इनाम दिया गया था|
एक स्थानीय कार्यकर्ता ग्यानांदर के भतीजे अमजद खान ने बताया कि उनके चाचा बीमार रहने की वजह से निराश हो गये थे| सिंह ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि वो इस युवा व्यक्ति को धन्यवाद कैसे दें, जिसने बीमार बूढ़े आदमी को बचाने के लिए अपनी ज़िंदगी खतरे में डाल दी| उन्होनें कहा कि Manoj उनके देसी सुपरमैन हैं जो लोगों को मरने से बचाते हैं। युवाओं से बुजुर्ग ग्रामीणों तक, हर कोई उनको जानता है और उनके बारे में बात करता है|
Manoj Saini को तैराकी में कोई प्रशिक्षण नहीं मिला है, लेकिन वह लोगों के जीवन को बचाने के लिए एक समर्थक की तरह डाइव करता है, ताकि वे एक और दिन देखने के लिए जीवित रह सकें। Manoj ने कहा कि उन्हें बस पता है कि वो किसी को अपने सामने मरता नहीं देख सकते हैं| यही कारण है कि वो वही करते हैं, जो उन्हें करना चाहिए|
यह ग़लत है जब लोग कहते हैं कि अब इस दुनिया में कोई मानवता नहीं रह गई है। अगर हम चारों ओर देंखे, तो Manoj Saini जैसे लोग हैं, जो अपने तरीकों से लोगों की ज़िंदगी में एक बड़ा अंतर ला रहे हैं|
तथ्य यह है कि Manoj स्यूयिसाइड पॉइंट से अपना स्टाल हटाने से इनकार करते हैं, यह एक एनडीरिंग रिमाइंडर है कि उनके जैसे लोग समाज के लिए अपना काम कैसे करते हैं ताकि पूरी तरह से मानवता ख़त्म ना हो|
बहादुरी के उनके काम को स्थानीय लोगों और प्रशासकों द्वारा इतनी अच्छी तरह से लिया गया है कि वे इस साल बहादुर पुरस्कार के लिए उनके नाम की सिफारिश करने पर विचार कर रहे हैं।
मुझे लगता है कि Manoj Saini जैसे कई लोग हैं जो हमारे समाज में मौजूद हैं, जो चुपचाप अपनी बहादुरी का लोहा मानवाते हैं| बस ज़रूरत है तो इन निडर लोगों को ढूंढने और दुनिया में एक सुंदर प्रेरणादायक उदाहरण स्थापित करने की|
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