DM Pulkit Khare ने 6 साल के बच्चे की प्रतिभा देख किया उसे adopt
हरदोई जिले के DM Pulkit Khare के ऑफीस में आए प्राइमरी स्कूल के एक बच्चे ने अपने ज्ञान का ऐसा जादू चलाया कि वे उसकी प्रतिभा के कायल हो गए।
एक रिक्शाचालक के 6 साल के बेटे की प्रतिभा को देखकर डीएम कुछ तरह से उसके मुरीद हुए कि उस मासूम के सुंदर भविष्य के लिए उसे गोद ले लिया। इस बारे में डीएम ने एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए बताया है। डीएम द्वारा डाली गई ये पोस्ट सोशल मीडिया पर इस समय खूब वायरल हो रही है। ये डीएम हैं उत्तर प्रदेश के हरदोई जनपद में तैनात Pulkit Khare, जो प्राइमरी स्कूल में पढ़ने वाले Bhanu के ज्ञान से कुछ इस तरह प्रभावित हुए कि उन्होंने उसकी ग्रॅजुयेशन तक की पूरी पढ़ाई का खर्च उठाने का फैसला कर लिया|
Bhanu के पिता कन्ने रिक्शा चलाकर परिवार का पेट पालते हैं। परिवार में पत्नी माधुरी के साथ ही तीन बेटियाँ सोनी, कालद्री और सबसे छोटी सीता के बीच एक छह साल का बेटा Bhanu Pratap है। माधुरी मानसिक रूप से परेशान रहती हैं। बड़ी बेटी सोनी स्कूल नहीं जाती और मां व सबसे छोटी बहन सीता की घर पर ही देखभाल करती है।
Bhanu अपनी बहन कालद्री के साथ प्राथमिक विद्यालय मंडौली में जाता है। पिछले शैक्षिक सत्र में क्लास 1st में उसका अड्मिशन कराया गया। उसकी उम्र भले ही 6 साल की है लेकिन पढ़ाई में वह 12 साल से भी अधिक बच्चे से तेज है। परिषदीय विद्यालय में क्लास 1st के बच्चे Bhanu को न केवल गिनती बल्कि 40 तक पहाड़े, एबीसीडी आदि सब कुछ याद है और बिना देखे लिख लेता है। Bhanu की पढ़ाई में उसके पिता की गरीबी रोड़ा बन रही थी। ऐसे में उसका सहारा उनके ग्राम प्रधान के पति बने| डीएम Pulkit Khare ने भी प्रधान की तारीफ की है। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा कि सलाम है उन प्रधान जी को, जो जरिया बने|
दरअसल हुआ यूं कि जिलाधिकारी Pulkit Khare से एक दिन अचानक मंडौली ग्रामसभा की ग्रामप्रधान नीलम के पति संतराम कश्यप मिलने पहुंचे। डीएम से मिलने पहुंचे संतराम ने जब भानू से मुलाकात कराई, तो डीएम उसके दिमाग से प्रभावित हो गए। महज 6 साल के बच्चे से डीएम एक के बाद एक करके question पूछते गए और Bhanu खटा-खट जवाब देता गया। जब डीएम ने Bhanu से पहाड़ा सुनाने के लिए कहा तो भानू ने बिना रुके हुए ही 40 तक का पहाड़ा सुना डाला|
महज एक साल पहले ही स्कूल जाना शुरू करने वाले Bhanu की प्रतिभा ने डीएम को अपना मुरीद बना दिया। डीएम Pulkit Khare ने उसे जल्दी अपनी गोद में उठा लिया और यही नहीं बच्चे का भविष्य बनाने के लिए उसका पूरा खर्च खुद उठाने का फैसला लिया। डीएम Khare ने बघौली स्थित हरदोई के प्रतिष्ठित कान्वेंट स्कूल में उसके अड्मिशन की बात की और अपनी सैलरी से उसे उच्च शिक्षा दिलाने की ज़िम्मेदारी ले ली|
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