Shankar Kotian को देश की मिट्टी ने techie से बनाया farmer
Shankar Kotian कुछ साल पहले जो काम करते थे, उसका केवल 25% कमाया जा सकता था, लेकिन 43 साल के तकनीकी विशेषज्ञ से किसान बने Shankar कहते हैं कि उनके लिए दुनिया अब बेहतर जगह है। Kotian को 16 साल Infosys और कई अलग-अलग देशों में काम करने के experience से महसूस हुआ कि उनका दिल वहाँ है, जहाँ उनका घर है|
2011 में, Moodbidri के रहने वाले Kotian ने अपनी cushy जॉब से रिज़ाइन लेकर dairy farming करने का सोचा| जापान के किसान और philospher Masanobu Fukuoka, कर्नाटक के सबसे प्रगतिशील किसानों में से एक नारायण रेड्डी और महाराष्ट्र के सुभाष पनेकर के कामों से प्रेरित होने के बाद, Kotian ने कई महीनों तक कई खेतों का जायेज़ा लेने के बाद आख़िरकार 2013-14 में अपना काम शुरू कर दिया|
Kotian ने बताया कि उन्होनें Moodu Konaje में 8 एकड़ ज़मीन ख़रीदी और 5 गायों के साथ एक छोटी सी शुरूवात की| खेतों में जाने से बहुत कुछ सीखा जा सकता है| वो जब विदेशों में काम करते थे, तो अपने long weekends के दौरान farms पर जाया करते थे| इसकी वज़ह से उन्हें कई फार्मिंग-टेक्नीक्स और मशीनों को चलाने का आइडिया आ गया| वो बेंगालुरू, मयसुरू और साउत कनारा के कई farms में भी गये| पढ़ने की वज़ह से भी उन्हें बहुत हेल्प मिली|
4 साल के बाद, आज Kotian के पास बछड़ों को मिलाकर 40 cattle हैं| इनमें 3 देसी और बाकी crossbred हैं| वो देसी गायों की संख्या कम से कम 10 तक बढ़ाना चाहते हैं| उनकी ज़्यादातर अभी की गाएँ, उन्हीं के cow-shed में पैदा हुई हैं|
अभी उनकी 20 गाएँ दूध देती हैं| उनका कहना है कि शायद एक साल बाद उनकी कम से कम 27-30 गाएँ दूध देने वाली हो जाएँगी| वो अपने झुंड को organically बड़ा रहे हैं और जिस तरह से चीज़ें उपर आ रही हैं, वह इसी संतुष्ट हैं|
Shankar Kotian, paddy, rubber और areca की खेती भी करते हैं| अपने खेत का एक हिस्सा उन्होनें natural farming को दे रखा है| Organic farming के विपरीत natural farming को ‘do nothing’ के नाम से भी जाना जाता है, जिसमें प्रकति खुद काम करती है| उनका कहना है कि natural farming में कुछ समय लगेगा, लेकिन longterm prospects के हिसाब से उन्हें इसमें काफ़ी benefits दिखते हैं|
इन 4 सालों में Kotian ने खेत में एक घर बनाया है, जिसमें कि वो अपने द्वारा बनाए गये ecosystem के साथ रह सकते हैं|
Shankar Kotian का कहना है कि ये सब आसानी से नहीं हुआ है| जो लोग agriculture में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं उन्हें कम से कम 3-5 साल तक उसपर टीके रहने की ज़रूरत है| बाकी बिज़्नेस की तरह इसमें भी 3 से 5 साल मुनाफ़ा कमाने में लग जाते हैं| उनका मानना है कि छोटे से शुरू करें और कम इनवेस्ट करें| क्यूंकी ये एक नयी फील्ड है, इसलिए ग़लतियाँ होना लाज़मी है और ग़लतियाँ सस्ते में हो जाएँ तो बहुत अच्छा है| हालांकि farming एक lifestyle है, लेकिन हर किसी को ध्यान रखना चाहिए कि ये market driven हो, ताकि इससे आप अपने लिए कुछ तो कमा सकें|