सेना के बहादुर जवान Gomji Mattami ने निहत्थे भगाया 4 माओवादियों को
किसी भी situations में struggle करना और उसके बाद जीत हासिल करने में किसी को भी समझोता नहीं करना चाहिए| इस बात को साबित किया है C-60 कमॅंडो पोलीस Gomji Mattami ने, जिन्होनें Gadchiroli में 4 माओवादियों के साथ हुई मूडभेड में खाली हाथों से लड़ते हुए अपनी AK-47 को वापिस छीन लिया| वह मडका गांव के मूल निवासी हैं, जो आटापल्ली तालुका में जाम्बिया गट्टा से लगभग 8 किमी दूर स्थित गडचिरोली में रहते हैं|
ऐसा तब हुआ जब weekly market में एक पुलिस बंदोबस्त cancel हो गया और वो अपने एक पुराने classmate से बात करने के लिए रुके| बात ख़त्म होने के बाद जैसे ही वो आगे बड़े, सादे-कपड़े पहने हुए 4 माओवादियों ने Mattami को घेर लिया और उनकी gun चोरी करने के लिए उन्हें तुरंत ज़मीन पर गिरा दिया| ये माओवादी जाहिर तौर पर एक ऐसी एक्शन टीम से हैं जो इस तरह के हल्के हमले करते हैं।
Mattami ने बताया कि उनमें से एक ने उन्हें निशाना बनाते हुए अपनी जेब से gun निकाल ली और उसका ट्रिग्गर खींच लिया| उस वक़्त Mattami अपनी gun और magazine को बचाने के साथ ही उनके चुंगुल से छूटने का प्रयास भी कर रहे थे| Mattami को पता था कि वो लोग उनकी gun के साथ भागने से पहले उन्हें मार देना चाहते थे| उन्होनें उस आदमी को kick मारी, जिसके हाथ में gun थी और उसकी gun गिर गई|
ऐसी unexpected situations में ऐसा बहुत कम होता है, जहाँ हम decide करते हैं कि हार मानने की बजाय हम अपनी ज़िंदगी को ख़तरे में डाल सकते हैं| लेकिन इस मामले में, जहाँ 4 लोगों ने उन्हें पहले से ही घेर रखा था और बहुत ही कम chances थे कि इस लड़ाई के बाद वो ज़िंदा बचेंगे, वो लड़ाई लड़ते रहे और एक माओवादी ने उनकी छाती पर चाकू मार दिया| हालाकी ख़ून बहने के साथ उन्हें दर्द भी हो रहा था, फिर भी Mattami उनके पीछे भागते रहे, ताकि वो लोग उनकी gun लेकर भाग ना जाएँ|
जिस आदमी के पास उनकी AK-47 थी, उससे लड़ते हुए उन्होनें उससे अपनी gun छीन ली| उसके बाद Mattami ने उन लोगों पर गोलियाँ भी चलाई, लेकिन आस-पास लोगों के होने के कारण उन्हें सावधान भी रहना पड़ा|
Gomji Mattami को एक cheerful patient के रूप में देखा जा सकता है, जो कि मौत को मात देकर, ऑरेंज सिटी हॉस्पिटल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट (ओसीएचआरआई) में भर्ती हैं और अब ठीक हैं|
उनकी ताकत, वफादारी, दृढ़ संकल्प, जुनून और कड़ी मेहनत के लिए उन्हें हमारा सलाम, जो हमारे देश को बेहतर बना रहे हैं|