आतंकवादियों द्वारा घर जलाए जाने पर भी Anjum बनें KAS exam topper
एक वक़्त था जब हम कश्मीर को उसकी प्राकृतिक सौंदरता के साथ जोड़ के बात करते थे| लेकिन धीरे-धीरे ये नाम पत्थर फैंकने जैसी हिंसा, political tensions, terrorism और cross-border firings जैसी बातों से हमारे दिमाग़ को घर कर गया है|
लेकिन आज, कश्मीर हमारे लिए Positivity को boost करने वाली बात ले कर आया है| ये एक 27 साल के कश्मीर के सफ़ल Anjum Bashir Khan की कहानी है, जिन्होनें Kashmir Administrative Services (KAS) में टॉप किया है|
इस न्यूज़ की सबसे ख़ास बात उनका बचपन है| 18 साल पहले, जब Anjum सिर्फ़ 9 साल के थे, आतंकवादियों ने Surankote में उनका घर जला दिया था| ऐसा सिर्फ़ इसलिए हुआ क्यूंकी Anjum के पिता ने अपने बच्चे को आतंकवाद में शामिल नहीं होने दिया था| इसी वज़ह से उनके पिता को अपनी जन्मभूमि छोड़ जम्मू आना पड़ा, जहाँ उन्होनें अपने बच्चे को अच्छी शिक्षा देने के लिए पूरी ताक़त लगा दी|
8th और 9th क्लास से ही Anjum ने KAS exam crack करने का सपना देखना शुरू कर दिया था| 2012 में राजौरी में बाबा गुलाम शाह बादशाह विश्वविद्यालय (बीजीएसबीयू) के कंप्यूटर विज्ञान में इंजीनियरिंग पूरी करने के बाद, उन्होंने खुद ही civil services की तैयारी शुरू कर दी थी।
Anjum का कहना है कि वह कभी कोचिंग सेंटर नहीं गये| उन्होनें खुद ही पूरी तैयारी की| उनका पूरा फोकस presentation पर रहता था| वह अपनी सफलता का पूरा श्रेय अपने माता-पिता को देते हैं, जिन्होनें हर अच्छे-बुरे वक़्त में उनका साथ दिया है|
अंजुम के पिता मोहम्मद बशीर खान का कहना है कि वह चाहते हैं कि उनका बेटा उन युवाओं के लिए शांति का प्रतीक बनें जो terrorist groups में शामिल हो गये हैं और Pirpanjal region से हिंसा को ख़त्म कर के वहाँ infrastructure को बड़ावा दे|
वहीं Kashmir के ऑफीसर बने Anjum का भी मानना है कि education ही युवाओं की किस्मत बदल सकती है|