3 साल से ‘Leaders Group’ कर रहा है चेन्नई का कचरा free में साफ़
भारत के कई हिस्सों में सड़कों पर सड़ने वाले कूड़े के पहाड़ों की दृष्टि बहुत आम है। कचरा सिर्फ़ आँखों को ही नहीं खटकता बल्कि कई बीमारियों को भी लाता है| कई इलाकों में नगरपालिका द्वारा भाग नहीं लिया जाता है और दिलचस्प है कि ऐसे इलाके में रहने वाले लोग कचरे से घिरे रहने के आदि हो जाते हैं। लेकिन मैलापुर के वीराबादरन स्ट्रीट के निवासी J Lakshmi Narayan को हमेशा चेन्नई की सड़कों पर कचरा देखने पर परेशानी होती था। जम्मू लक्ष्मी नारायण, जो 10 साल से ज़्यादा वक़्त से महापौर रामनाथन हॉल में हाउसकीपिंग डिपार्टमेंट में काम कर रहे हैं, ने सड़क के जानवरों और पक्षियों के शवों को दफनाने जैसी सफाई का ज़िम्मा को उठाया है। यहां तक कि खुद स्वयंसेवक बन, वह मंगलम और कोइमेदबु जैसे व्यस्त क्षेत्रों में local traffic police की मदद भी करते हैं|
एक अख़बार के article पर चर्चा करते हुए उन्होनें एक पहल की बात कही, जहाँ लोग अपने गांव में गंदे बाथरूम की सफाई करने का काम अपने सुपरवाइजर विनोद के साथ करते थे। उन्होंने अपने कार्यस्थल पर लोगों के साथ अपने विचार पर चर्चा की और लगभग सभी लोग इस अभियान में शामिल होने के लिए स्वेच्छा से आए और इसी तरह ‘Leaders Group’ की शुरूवात हुई|
Leaders Group टीम केवल 25 सदस्यों के साथ शुरू हुई| उन्होंने त्रिपलीना में अलग-अलग स्कूलों के premises में अपनी cleaning activities शुरू की| उनकी पहल, हॉस्टल, पब्लिक प्लेसस और सरकारी अस्पताल के premises के पास की सड़कों को साफ करने के लिए शुरू हुई। बहुत जल्द, समूह की सेवाओं के लिए क्षेत्र के कई institutions से कॉल आनी शुरू हो गयीं|
निगम कार्यकर्ताओं के सहयोग से, Leaders Group की टीम ने 150 फीट तक फैला हुआ एक साल का कचरा, जो हाउसिंग बोर्ड के अपार्टमेंट के ब्लॉक के बीच जमा हुआ था, को पूरा साफ़ कर दिया| हालांकि पैसा एक समस्या है, ग्रूप इन कामों के लिए किसी से भी पैसे की मांग नहीं करता है, बल्कि जो लोग देते हैं वो वह रख लेते हैं| स्वामी विवेकानंद और एपीजे अब्दुल कलाम के एक keen admirer, J Lakshmi Narayan का मानना है कि कचरे के कभी ख़त्म ना होने वाले संकट से निपटने के effort को अपने घर से शुरू करना होगा, उसके बाद ही इसको औरों तक पहुँचाया जा सकता है|