अपने नेक काम के लिए Geeta Verma ने बनाई WHO 2018 के कैलेंडर में जगह
मंडी जिले की एक महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता Geeta Verma ने 2018 के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के कैलेंडर में जगह बनाई है |
Mandi के Karsog तहसील के सपनोट गाँव की Geeta Verma ने अपने ऑपरेशन के क्षेत्र में खसरा और रूबेला कार्यक्रम के तहत लगभग 100% कवरेज सुनिश्चित करने के लिए कैलेंडर में जगह बनाई है| मंडी जिले के झांजली ब्लॉक में Shakardehra health sub-centre में तैनात Verma ने मंडी के दूरदराज गांवों में बच्चों के प्रतिरक्षण के लिए अभियान चलाया | जब भी कोई टीकाकरण अभियान दूरदराज के गाँव में शुरू किया गया, वह हर बार दूर-दूर की यात्रा पर गयी|
वह पैदल और अपनी मोटरसाइकल की मदद से nomadic communities के बच्चों के टीकाकरण के लिए दूरदराज के कोनों में भी गयी| कभी-कभी वह trekking करते हुए treacherous terrain में भी गयीं| उनकी मोटर साइकिल चलाने की तस्वीर भी फेसबुक, ट्विटर और व्हाट्सएप पर वायरल हो गई हैं| उन्होंने, रायगढ़ के दूरदराज इलाकों में temporary camps में रह रहे चरवाहों और गुर्जर समुदाय के बच्चों को भी vaccines लगाने का काम किया है|
खास बात यह है कि गीता वर्मा को कैलेंडर के पहले पेज पर जगह मिली है और जिसमें केवल गीता की ही तस्वीर लगाई गई है। यह पहला मौका है जब मंडी की किसी female health worker को World Health Organisation के कैलेंडर में जगह मिली है|
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने उनकी उपलब्धियों के लिए वर्मा को बधाई दी और कहा कि यह राज्य के लिए गर्व की बात है कि एक महिला स्वास्थ्य कर्मचारी का WHO कैलेंडर में नाम आया है| उन्होंने कहा कि सभी कर्मचारियों को अपनी नौकरी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता और समर्पण के साथ लोगों की सेवा करने के लिए एकजुट होना चाहिए।
मंडी के झांजली ब्लॉक में शक्करहारा स्वास्थ्य उप-केंद्र में तैनात, गीता ने बड़े पैमाने पर अपने जिले के दूरदराज इलाकों में रहने वाले बच्चों को टीका लगाने का अभियान चलाया है|