First active farmer Subhash Palekar को मिला है Padmashri Award

Palekar ने vegetation जंगलों से सीखा ताकि पता चल सके कि nature किस तरह से काम करता है| उसके बाद उन्होनें अपने farms में वही तरीका अपनाया और इसका नतीज़ा बहुत ही शानदार रहा|
1972 में B.Sc in agriculture की degree ले उन्होनें अपना graduation पूरा किया| उसके बाद वह घर वापिस आ गये ताकि जो चीज़ें उन्होनें कॉलेज में सीखी हैं उन्हें implement कर सकें| Amravati district के एक छोटे से गाँव Belora में उनके पिता जी का farm था| उन्होनें अपने पिता जी को modern techniques की सलाह दी और उन्हें pesticides और chemical fertilizer इस्तेमाल करने के लिए मनाया|
उनकी सलाह से 10 साल तक खेती में काफ़ी बढ़ौतरी हुई| लेकिन 1985 में अचानक खेती का स्तर कम हो गया और साल दर साल बद से बदतर हो गया| Palekar ने खेती के घटते स्तर के बारे में पढ़ा| 3 साल की कड़ी मशक्कत और research से उन्हें मालूम हुआ कि chemical farming की वजह से ही खेती की पैदावार कम हुई है|

उन्होनें पाया कि chemical fertilizer और pesticides इस्तेमाल करने की वजह से मिट्टी का उपजावपन ख़त्म हो गया है| इससे उस जगह का ecosystem तो बिगड़ा ही है साथ ही उन लोगों को health problems भी हुई हैं, जिन्होनें वहाँ उगे फल, सब्जी या अनाज को खाया है|
Palekar को ये जानकर बड़ा झटका लगा और उन्होनें इसका healthier alternative ढूँडने का फ़ैसला कर लिया| उन्होनें forest vegetation की पढ़ाई करी| उन्होनें पाया कि natural system से ही जंगल की vegetation grow करती है और उसी से खुद healthy ecosystem maintain रहता है| उन्होनें अपने farm में इसी technique को इस्तेमाल करने का फ़ैसला किया|
6 सालों तक उन्होनें technique में कई experiments और verifications किए और आख़िर में वह Zero Budget Natural Farming तक पहुँच गये| ये एक ऐसा farming method है जिसमें फ़सल को उगाने और काटने की cost zero रहती है| एक स्वस्थ फ़सल उगाने के लिए pesticides और fertilizer की ज़रूरत नहीं होती है|
Palekar ने अपनी खोज को देश के कई किसानों तक पहुँचाया| 40 लाख़ से ज़्यादा किसानों को इसका फ़ायदा मिला| आज हर महीने में 25 दिन वह लोगों को seminars, lectures, workshops और field visits के माध्यम से अपना ज्ञान बाँट रहे हैं|
उनके इस काम को देखते हुए सरकार ने उन्हें Padmashri Award से सम्मानित किया है और वह first active farmer हैं जिन्हें यह अवॉर्ड मिला है|
देश की Farming communities ने Subhash Palekar को “Krishi ka Rishi” नाम दिया है|

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Geeta Rana

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