यह CISF Lady constable कर चुकी है मेट्रो में खोए 100 से भी ज़्यादा लोगों को reunite
खोए हुए लोगों को मिलाने में पुलिस के बाद 27 साल की CISF constable Noorjahan Khatun का नाम है| इंटेलिजेन्स विंग में posted, Noorjahan 100 से भी ज़्यादा केस solve कर चुकी है|
Dec 2015 में एक आदमी रोता हुआ आया और station staff ने Noorjahan को बुलाया| उस आदमी की 71 साल की माँ मेट्रो में चड़ी और 2 दिन तक घर नहीं पहुँची थी| Noorjahan ने CCTV camera की मदद से उसकी माँ की movement का पता लगाया और उन्हें फरीदाबाद के एक old age home में trace कर लिया| इस घटना ने Noorjahan को बहुत संतुष्टि दी|
करीब 28लाख लोग रोज़ मेट्रो से travel करते हैं| उनमें से 20% first-timer होते हैं| CISF को हर दिन 2 केस लोगों के खोने के मिलते हैं| CISF और Metro security को एक साथ इस काम की ज़िम्मेदारी सौंपी गयी है, इसलिए इन कामों को priority दी जाती है, क्यूंकी एक मिनट की देरी भी investigation में रुकावट ला सकती है|
Khatun ने 2008 में CISF join किया और 2011 से वह Delhi metro में posted हैं| Noorjahan Khatun को उनके relentless efforts के लिए employee of the year award से भी सम्मानित किया गया है|