दोनों हाथ खोने के बाद भी खुद की दुकान चला Doctor बनने की तैयारी कर रहा रहा है यह teenager
कोई भी Accidents हमारे confidence को टुकड़ों में तोड़ सकता है| लेकिन Moradabad, उत्तर प्रदेश के रहने वाला Ashraf Hussain, जिसने अपने दोनों हाथ एक accident में खो दिए का साहस देखते ही बनता है| Ashraf उस वक़्त सिफ्र 10 साल का था जब उसने अपने दोनों हाथ खो दिए| यह accident उस वक़्त हुआ, जब Ashraf municipal water tanker vehicle के टाइयर में हवा भर रहा था और अचानक ही टाइयर के फटने से उसके दोनों हाथ शरीर से अलग हो गये| उसको तुरंत ही हॉस्पिटल ले जाया गया, जहाँ उसकी जान तो बच गयी लेकिन वह अपने दोनों हाथ गँवा बैठा| दोनों हाथ खोने से भी Ashraf का confidence कभी ख़त्म नहीं हुआ| आज एक teenager होते हुए भी उसकी खुद की टाइयर और पंक्चर की दुकान है, साथ ही साथ वह Bachelor of Science में graduation भी कर रहा है|
उसके अंदर ऐसे कला है कि उसकी दुकान पर repair होने आए vehicles को वो इतनी आसानी से ठीक कर देता है, जितना कि एक physically able इंसान भी नहीं कर सकता| शहर की भीड़भाड़ सड़कों पर two wheelers, cars और यहाँ तक कि tractor चलाने में भी उसको महारत हासिल है| Ashraf का सपना मेडिकल में पढ़ाई पूरी कर एक डॉक्टर बनने का है| अपने साथ हुए accident को याद कर वह किसी के साथ ऐसा ना होने की दुआ करता है| डॉक्टर बनने का उसका सपना पूरा करने में उसके रिश्तेदार भी उसका पूरा साथ दे रहे हैं| वह अपनी दुकान पर सिर्फ़ automobiles के साथ ही दिन नहीं बिताता बल्कि खाली समय में उसे अपने laptop में intricacies of Information Technology पढ़ने में मज़ा आता है|
Ashraf को P.M Narendra Modi का राष्ट्र को संबोधित प्रोग्राम Mann Ki Baat बहुत पसंद है| उसे आशा है कि Prime Minister Modi, disabled लोगों द्वारा फेस किए जाने वाली दिक्कतों का समाधान कर उनके लिए आशा की किरण लेकर आएँगे|