Teachers की कमी के कारण लड़कियों को खुद free पढ़ाना शुरू किया DM की पत्नी ने
आज भी भारत में बहुत से स्कूल ऐसे हैं जहाँ teachers की कमी है| लेकिन, कहते हैं मुश्किले कितनी भी हों प्रयास करना ही मानवता का धर्म और कर्म दोनों ही है| ऐसा ही कुछ हुआ रुद्रप्रयाग के जीजीआइसी में| स्कूल के inspection के लिए जब DM Mangesh Ghildiyal यहाँ पहुँचे तो उन्हें teachers की कमी और बच्चों के दुख को देखकर बहुत बुरा लगा| घर आकर उन्होनें यह बात जब अपनी पत्नी को बताई तो उनकी पत्नी को भी इस बात का दुख हुआ और उन्होनें खुद स्कूल जाकर लड़कियों को पढ़ाने का मन बना लिया|
रुद्रप्रयाग के DM Mangesh Ghildiyal ने पद संभालते ही यहाँ की शिक्षा को सुधारने का प्रयास शुरू कर दिया था| वह समय-समय पर स्कूलों का inspection करते रहते हैं| बच्चों का level जानने के लिए उनसे questions पूछने से भी वह पीछे नहीं हटते और उनको पढ़ाते भी हैं| उनके इसी प्रयास में उनकी पत्नी ने भी उनका साथ देना शुरू कर दिया है| पहाड़ों से पलायन को रोकने और यहाँ की शिक्षा को सुधारने का वह पूरा प्रयास कर रहे हैं|
DM की पत्नी Usha Ghildiyal, Pantnagar Agricultural Institute में scientist रह चुकी हैं| जब उन्होनें रुद्रप्रयाग के जीजीआइसी में science teacher की कमी और बच्चों के दुख के बारे में सुना तो उन्हें खुद पढ़ाने का ठान लिया| बिना किसी स्वार्थ और पैसों के निःसुल्क ही वह 9th और 10th क्लास की लड़कियों को science पढ़ा रही हैं| हर दिन 2 से 3 घंटे वह स्कूल में देती हैं|
इसी तरह DM Mangesh Ghildiyal भी स्कूलों में inspection के वक़्त बच्चों को पढ़ाने से खुद को रोक नहीं पाते हैं| डीएम और उनकी पत्नी के इस initiative को रुद्रप्रयाग और अन्य जगहों के लोगों का खूब प्रोत्साहन मिल रहा है|