Hindu और Muslim लोगों की आपसी सलाह से बंद हुए मंदिरों और मस्जिदों के loudspeakers
भारत एक ऐसा देश है जहाँ लोगों को बोलने का पूरा अधिकार है| लेकिन लोग जाती और धर्म के नाम पर आपसी मदभेद करते रहे हैं|
लेकिन जब धर्म के नाम पर लोग सहमत होना शुरू कर दें तो निश्चित ही देश विकास की ओर बढ़ रहा है|जी हाँ, ऐसा ही कुछ हुआ है U.P के Moradabad district के Tiriyadeen में, जहाँ हिंदू और मुस्लिम लोगों की सहमति से मंदिरों और मस्जिदों से loudspeakers हटवा दिए गये हैं|
काफ़ी वक़्त से यहाँ के लोग तनाव में थे पर सब तब हक्के बक्के रह गये जब दोनों समुदाय के बुजुर्गों ने मिलकर आपसी सहमति से यहाँ के loudspeakers हटाने का फ़ैसला किया|
यह गाँव हमेशा से communal violence के चलते सुर्ख़ियों में रहा है| इससे यहाँ की पुलिस और administration भी काफ़ी परेशान थे| छोटे-मोटे झगड़े हिना के रूप में ख़त्म होते थे और लोगों को arrest करना पुलिस का रोज का काम बन गया था|
गाँव के लोगों के अनुसार बाहरी लोग घी का काम कर गाँव के लोगों को आपस में लड़ाते आए हैं| इसी बात को ख़त्म करने के लिए दोनों समुदाय के लोगों ने मिलकर ही यह हितकारी कदम उठाया है|
यह कदम निश्चित ही धर्म-निरपेक्ष लोगों के लिए नये भारत की एक नयी चुनौती है| और अगर इसी तरह भारतीय लोग आपसी प्रेम और समझ का तरीका अपनाए तो निश्चित ही हमारा देश हमेशा शांतिप्रिय रहेगा|