Echeos Cafe देता है खाने के साथ-साथ motivating environment भी
वैसे तो दिल्ली में शानदार cafes की कोई कमी नहीं है| कुछ हैं जो शानदार खाना देते हैं तो कुछ शानदार माहौल| लेकिन इस cafe “Echoes” में ऐसा क्या है जो इसे दिल्ली के सत्य-निकेतन एरिया में सबसे अलग बनाता है|
दरअसल, यह cafe पूरी तरह से वह लोग चलाते हैं जो सुन और बोल नहीं सकते| जी हाँ, ये बिल्कुल हो सकता है और ऐसा यहाँ इस cafe में हो रहा है|
Kshitij Behl और Shivansh Kumar की दिमाग़ की उपज, लीक से हटकर यह cafe वेंकटेश्वर कॉलेज की दाहिने तरफ है| उचित कीमत के खाने और drinks के साथ ही यहाँ का बिना बोलने और सुनने वाला staff भी काफ़ी दिलचस्प है|
हम में से कई लोग सोच रहे होंगे कि यहाँ बिना सुनने वाले waiter’s को बुलाना तो नामुमकिन है और orders देना भी मुश्किल ही होगा लेकिन Behl और Kumar ने इन सबका पूरा इंतज़ाम किया है|
Waiter’s को बुलाने के लिए light-bulbs का इस्तेमाल होता है और उसके बाद customer’s अपने orders note-pad पर लिखकर इन waiters को देते हैं| और बाकी चीज़ें जैसे चम्मच,पानी,कांटे आदि के लिए सुंदर placards waiter’s को दिखाकर मँगवाई जा सकती हैं| Kshitij और Shivansh चाहते हैं कि फ्यूचर में भी ये लोग सिर्फ़ विकलांगों को ही केफे में काम पर रखेंगे|
हमारे पास ऐसे अनगिनत उदाहरण हैं जहाँ ऐसे ही विकलांग लोगों ने खुद के लिए एक अलग निशान और पहचान बनाई है| हालाँकि उनमें से बहुत कहानियाँ सफल भी हुई हैं लेकिन हमें ज़रूरत है ऐसे लोगों की तारीफ़ करने की और उनकों उनके काम में प्रोत्साहन देने की|
इसलिए, अगली बार अगर आपको किसी नये cafe की तलाश हो तो हम कहेंगे की आप Satya Niketan के इस “Echoes” cafe ज़रूर जायें|
Photos Credit : Taken from different Google sites.